देहरादून:
ऋषिकेश के रहने वाले पंकज गुप्ता ने की थी मजार को लेकर शिकायत,
नगर प्रशासन द्वारा अवैध संरचना के भूमि संबंधी दस्तावेजों की जांच कर पाया अवैध ,
उत्तराखंड में अब तक 500 से ज्यादा अवैध मजारें हटाई जा चुकी है ,
35 से ज्यादा अवैध मदरसे सील किए जा चुके हैं,
राज्य में 50 से ज्यादा अवैध मंदिर भी हटाए जा चुके,
उत्तराखंड की धामी सरकार का लगातार अवैध मजारों को गिराने का सिलसिला जारी है. देर रात देहरादून की चर्चित और दून अस्पताल के बाहर बनी मजार को गिरा दिया गया। यह मजार दून अस्पताल के गेट पर बनी हुई थी. बताया जाता है कि ऋषिकेश के किसी व्यक्ति ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर इस मजार की शिकायत कर जांच करने की मांग की थी। जांच करने के बाद मजार अवैध पाई गई और प्रशासन ने बुलडोजर से इसे गिरा दिया।
देहरादून प्रशासन ने जांच के बाद इस मजार को सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करके बनाना पाया अब इस मजार को ध्वस्त किया गया है। मजार के मलबे से कोई अवशेष नहीं मिले हैं, ऋषिकेश के रहने वाले पंकज गुप्ता ने इस मजार की एक शिकायत सीएम हेल्प लाइन पोर्टल पर दर्ज कराई थी जांच के बाद इसे अवैध पाया गया।जांच के लिए नगर प्रशासन द्वारा अवैध संरचना के भूमि संबंधी दस्तावेजों की जांच करने के निर्देश दिए गए. देर रात राजस्व, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, दून अस्पताल प्रशासन और अन्य विभागों में इस बारे में जांच की गई।
जिलाधिकारी सविन बंसल के मुताबिक इस अवैध मजार के बारे में बारीकी से जांच की गई, साथ ही दून अस्पताल प्रशासन से इस बारे में आख्या मांगी गई। इसके बाद यहां के खादिम को नोटिस जारी किया गया था। लेकिन कोई दस्तावेज ना होने से अवैध मजार को हटाया गया है। देर रात नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, दून अस्पताल प्रशासन और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने मिलकर उक्त अवैध मजार के ध्वस्तीकरण का काम पूरा किया।
-सविन बंसल, जिलाधिकारी, देहरादून