ऋषिकेश ,
उत्तराखंड के जंगलों में लगातार लग रही आग ने वन विभाग की चिंता अपने लिसा डिपो की सुरक्षा को लेकर बढ़ा दी है। आज उत्तराखंड वन विभाग के गढ़वाल प्रमुख नरेश कुमार ने इंदिरा नगर स्थित लिसा डिपो का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कई दिशा निर्देश देकर लिसा डिपो की निगरानी 24 घंटे करने के निर्देश दिए।
गुरुवार को गढ़वाल प्रमुख नरेश कुमार इंदिरा नगर स्थित लिसा डिपो का निरीक्षण करने पहुंचे इस दौरान उन्होंने लिसा डिपो की सुरक्षा को लेकर अधीनस्थ अधिकारियों से फीडबैक लिया। मौके पर उनको कई दिशा निर्देश भी दिए। गढ़वाल प्रमुख नरेश कुमार ने बताया कि उत्तराखंड के जंगलों में लगातार लग रही आग की वजह से लिसा डिपो की सुरक्षा को लेकर वन विभाग चिंतित है। क्योंकि लिसा डिपो बहुत ही संवेदनशील क्षेत्र होता है। प्रमुखता यही रहती है कि समय से लिसा महंगे दामों पर बिक जाए। जिससे डिपो में स्पेस बना रहे। फिलहाल कर्मचारियों को दोपहर और शाम के समय लिसा डिपो में पानी का छिड़काव करने के लिए निर्देशित किया है। इस काम के लिए अतिरिक्त फायर वाचक रखने के लिए भी कहा है। उन्होंने बताया कि पूरे उत्तराखंड में अभी तक 300 से ज्यादा आग लगने की घटनाएं सामने आई है। जिसमें 350 हेक्टेयर जंगल के जलने का नुकसान हुआ है। इसलिए वन विभाग की चिंता इस बार गर्मी को देखते हुए बड़ी हुई है। उन्होंने ग्रामीणों से आग को काबू करने और जंगलों को आग से बचने के लिए सहयोग मांगा है। बताया कि इस काम में सहयोग देने वाले ग्रामीणों को वन विभाग की ओर से सम्मानित किया जाएगा। निरीक्षण के बाद वन प्रमुख गजा की ओर रवाना हो गए। निरीक्षण के दौरान वन संरक्षक भागीरथी धर्म सिंह मीणा, डीएफओ जीवन मोहन दगाड़े, एसडीओ किशोर नौटियाल, रेंजर लीसा रेंज कमल सिंह पंवार, रेंजर विवेक जोशी नरेंद्रनगर, डिप्टी रेंजर हुकमदत्त बिजलवान, वन दरोगा प्रभुलाल उनियाल, आरती जुगतान वन आरक्षी लीसा आदि उपस्थित रहे।